हमारी आसान-सी ज़िन्दगी को और आसान बनाने के लिए वैज्ञानिक हर रोज़ एक नई खोज कर रहे हैं. टेक्नॉलॉजी के बिना हम कुछ भी नहीं सोच सकते. Innovations को प्रोत्साहित करने के लिए दुनियाभर में कई संस्थाएं Innovators या अन्वेषकों को सम्मानित करती हैं. अमेरिका के Massachusetts Institute of Technology (MIT) ने इस साल भारतीय मूल के वैज्ञानिक रमेश रसकर को सम्मानित किया है.
रमेश पहले ऐसे Innovator हैं, जिन्हें अब-तक की सबसे ज़्यादा इनामी राशि मिली है. रमेश को वार्षिक Lemelson-MIT पुरुस्कार में 5 लाख डॉलर मिले हैं. MIT ये पुरुस्कार अमेरिका के वैज्ञानिकों को देती है जो दुनिया को टेक्नोलॉजी के माध्यम से बदलना चाहते हैं.
रमेश MIT के मीडिया लैब में बतौर ऐसोसिएट प्रोफेसर काम कर रहे हैं. इन्हें अल्ट्रा फास्ट इमेजिंग कैमरा, जो कि कोने-कोने तक चीज़ें देख लेता है, कम खर्च में आंखों के इलाज की टेक्नोलॉजी और किताब के आर-पार देखने वाले कैमरे जैसी अनोखी खोज के लिए जाना जाता है.
रमेश नासिक के रहने वाले हैं और कई सालों से अमेरिका में हैं. वो भारत आते रहते हैं और भारत के अन्वेषकों को सपोर्ट करने की पूरी कोशिश करते हैं. साल 2015 में कुम्भ मेले के वक्त उन्होंने 'Kumbhathons' इनोवेशन कैम्प आयोजित किया था, जिसमे कई भारतीय अन्वेषक और व्यापारी शामिल थे. इस कैम्प में छोटे शहरों की यातायात सुविधा, हाउसिंग, सीवेज समेत पूरे विकास के नए विचारों पर चर्चा हुई थी.
रमेश की ये कोशिश Digital Impact Square या DISQ के रूप में सफल हुई. DISQ एक आॅनलाइन प्लैटफॉर्म है जिसका आॅफिस नासिक में हे. ये लोगों की ज़िन्दगी को टेक्नोलॉजी के माध्यम से और बेहतर बनाने के लिए नए Innovators को आमंत्रित और सपोर्ट करती है.
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