सोशल मीडिया पर आपको तंग करने वाला शख़्स आपका कोई जानने वाला भी हो सकता है, जो आपकी सोशल प्रोफाइल के माध्यम से आपको बदनाम करने या किसी प्रकार का बदला लेने की कोशिश कर सकता है.
दिल्ली की एक 16 साल की लड़की प्रोमिला को अपने दोस्तों की देखा-देखी फेसबुक पर प्रोफाइल बनाने का शौक चढ़ा. बना लिया, घरवालों को लगा कि जब बेटी नहीं मान रही, तो कोई बात नहीं, आजकल के बच्चे तो हैंडल कर लेते हैं. कोई दिक्कत नहीं होगी. लेकिन उनको तसल्ली करके कोई फायदा न हुआ. प्रोफाइल बनाने के बाद कुछ समय तक तो सब ठीक रहा, फिर एक दिन किसी अंजान शख़्स का मेसेज आया. तुम बहुत सुन्दर हो... लड़की को लगा कि बस यूं ही तारीफ कर दी होगी. लेकिन बात यहीं पर न रुकी. भद्दे मेसेज आने शुरू हो गए. “s***”, “Get you to being such a stuck-up b****”.ऐसे बहुत से मेसेजेज़ लगातार आने लगे. परेशान होकर उसने उस आईडी को ही ब्लॉक कर दिया और चैन की सांस ली. लेकिन तभी दूसरी प्रोफाइल से मेसेज आने लगे. ''U thnk you lose me like this? ill make ur life hell, b****.”
अब प्रोमिला ने इस बात को अपनी मां आस्था से बताने का निर्णय लिया. उसकी मम्मी आस्था ने HT से बताया कि प्रोमिला डरी हुई थी और हमें भी बहुत गुस्सा आया कि उसने फेसबुक पर प्रोफाइल क्यों बनायीं. लेकिन अभी उस पर गुस्सा करने का समय नहीं था, क्योंकि वो पहले से ही सहमी हुई थी, इसलिए हम पुलिस के पास गए. ये तीन साल पुरानी बात है, जब उन लोगों ने इस बारे में पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई थी.
लेकिन इसके एक ही दिन बाद प्रोमिला के दोस्तों को प्रोमिला के नाम और फोटो वाली एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई. इसे ज्यादातर फ्रेंड्स ने एक्सेप्ट भी कर लिया, लेकिन उसकी बेस्ट फ्रेंड ने उसे कॉल करके पूछा, कि 'तेरे पेरेंट्स अभी भी तुझे फेसबुक पर प्रोफाइल बनाने दे रहे हैं? तब प्रोमिला की फेमिली को पता चल कि वो शख्स अब प्रोमिला को परेशान करने के नए तरीके आजमा रहा है. तब प्रोमिला ने अपने दोस्तों को बताया कि वो फेसबुक पर नहीं है.
प्रोमिला की मां आस्था कहती हैं कि 'हम लोग उसकी ऑनलाइन मौजूदगी को लेकर काफी सजग रहते हैं, लेकिन बहुत ज्यादा स्ट्रिक्ट नहीं हैं. हमारे WiFi का पासवर्ड भी उसके पापा का मोबाइल नंबर है, तो उसने फेसबुक पर अकाउंट बना लिया. सच कहूं तो मुझे यकीन था कि ऐसी कोई घटना हमारे साथ नहीं होगी, क्योंकि ये 'दूसरे टाइप' के लोगों के साथ होती है, पर ये सब हुआ.
पुलिस ने दो सालों तक उन अनजाने शख़्स की तलाश की. मां आस्था कहती हैं कि दो सालों तक हम लोग बहुत परेशान थे. एक प्रोफाइल बंद होती, तो दूसरी से हमारे जानने वालों को मेसेज आने लगते. इन सभी प्रोफाइल्स में बेटी की तस्वीर यूज़ होती थी.
बेहद गंदे शब्दों और भाषा के साथ प्रोमिला के सभी फ्रेंड्स और रिश्तेदारों के पास मेसेज आते थे. यहां तक कि उस शख्स ने प्रोमिला का फेक अकाउंट बनाकर उसके बिजनेसमैन पापा के एक क्लाइंट को मेसेज किया... “I’m a big s*** क्योंकि मेरे पापा मुझे टच करते हैं.”
इस मामले के इन्वेस्टिगेटिव ऑफिसर ने HT से कहा कि 'अरे बच्ची थी... कौन चाहता है कि उसकी बेटी को ऐसे हालातों का सामना करना पड़े? मेरा भी अपन बच्चा है. मैं उनकी परेशानी समझते हैं. हमने फेसबुक को कहा कि वो उस व्यक्ति को ट्रेस करे.' इस ऑफिसर ने उस शख़्स को खोजने के लिए पूरी कोशिश की.
इन पूरे वाकये में सबसे हैरानी की बात तो तब सामने आई, जब पुलिस ने उसका नाम बताया, जो प्रोमिला की फेक आईडी का इस्तेमाल करके उसे बदनाम करने की कोशिश कर रहा था. वो कोई और नहीं, बल्कि उसके पड़ोस में रहने वाला एक 18 साल का युवक था. वो उसे जानती थी, लेकिन ये जान-पहचान दोस्ती न होकर महज जान-पहचान ही थी.
NCRB के नए आंकड़ों के मुताबिक, इस तरह के अपराधी जो साइबर Stalking/Bullying में लगे होते हैं, इनमें 98% 20 से 30 वर्ष के पुरुष ही होते हैं.
62% किशोर रिस्क में
2016 के Norton Security Report के मुताबिक, 62% भारतीय किशोर सोशल प्लेटफॉर्म्स पर हाई रिस्क पर हैं. हालांकि आधे से अधिक भारतीय वयस्क यकीन करते हैं कि उनके बच्चे ऑनलाइन किसी मुसीबत में फंस सकते हैं.
प्रोमिला के साथ हो हुआ, वो आपके या फिर आपके किसी अपने के साथ न हो, इसके लिए सजग रहने की ज़रूरत है. खासकर किशोरों को इसके प्रति ज्यादा अलर्ट रहना चाहिए. अगर कोई भी अन्जान शख़्स बात करे, या मेसेज करे तो न रिप्लाई करें और न उसे हल्के में लें. बेहूदा मेसेजेज़ की शिकायत तुरंत पुलिस से करें और अपने दोस्तों और घरवालों से छुपाकर सोशल मीडिया का इस्तेमाल न करें.
No comments :
Write comments